क़य्यूम अंसारी को सच्ची श्रद्धांजिली


अलग पार्टी ही क़य्यूम अंसारी को सच्ची श्रद्धांजिली

मोहम्मद आसिफ़, संवाददाता, सलाम इंडिया न्यूज़ ब्यूरो

पसमांदा मुसलमानों की सामाजिक आर्थिक और शैक्षिक हालत में सुधार के लिए उन्हें सत्ता में हिस्सेदारी मिले बग़ैर मुमकिन नहीं है। ये बात पसमादां बिरादरी के सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने बाबा--क़ौम अब्दुल क़य्यूम अंसारी की 106 वें जन्मदिन के मौके पर कही। दिल्ली के गांधी पीस फाउंडेशन में बाबा--क़ौम अब्दुल क़य्यूम अंसारी और देश की राजनीति में पसमांदा मुसलमानों को आगे लान के उनके प्रयासों को याद करने के लिए हुए एक कार्यक्रम में देश भर से आए अंसारी व अन्य पसमांदा बिरादरी के लोगों ने एक सुर में कहा कि ग़रीब पसमांदा मुसलमानों को सत्ता में हिस्सेदारी दिलाने का जो फार्मूला अब्दुल क़य्युम अंसारी ने बताया था उस पर अमल करने का वक़्त आ गया है।

इस मौक़े में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के हैसियत से शामिल हुए जाने माने पत्रकार लेखक और राजनीतिक विश्लेषक यूसुफ़ अंसारी ने कहा कि पसमांदा मुसलमानों की रहनुमाई में सत्ता की दावेदारी की पहल ही अब्दुल क़य्यूम अंसारी को सच्ची ख़िराजे अक़ीदत होगी। उन्होंने कहा 1946 में अब्दुल क़य्यूम अंसारी ने जिन्ना का पाकिस्तान नीति की खुली मुख़ालफत करके ऑल इंडिया मोमिन कांफ्रेस के झंडे के नीचे विधान सभा की 6 सीटे जीत कर जिन्ना को करारा जवाब दिया था। लेकिन अफ़सोस कि आज़ादी के बाद उनके इस योगदान को भुला दिया गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 2012 विधान सभा चुनाव में अगर अब्दुल क़य्युम अंसारी की तर्ज पर एक सार्थक राजनीतिक पहल हो जाए तो सूबे के सियासी हालात बदल सकते है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ इसी से मुसलमानों के पसमांदा तबक़े को सत्ता में वाजिब हिस्सेदारी मिल सकती है और उनके विकास के रास्ते खुल सकते हैं। कांशीराम ने कर दिखाया है हमे भी कर दिखाना है।

सम्मेलन में आए पसमांदा विषय पर जाने माने रिसर्च स्कॉलर ख़ालिद अनीस अंसारी ने ज़ोर दे कर कहा देश की सिसायत में मज़बूत मौजूदगी दर्ज करा कर ही पसमांदा बिरादरियों की सियासी और समाजिक हालत को बदला जा सकता है। इसका कोई अन्य विकल्प नहीं है। हमें सिर्फ़ पसमांदा क़यादत के पीछे अपन वोट को एकजुच करने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने समाज के सरमायादार लोगों से राजनीतिक पार्टी बनाने और उसे चलाने के लिए दिल खोल कर चंदा देने की अपील भी की।

पसमांदा फ्रंट के राष्ट्रीय संयोजक श्री शमीम अंसारी ने कहा कि डा.अय्यूब ने पीस पार्टी बना कर उत्तर प्रदेश में तमाम राजनीतिक दलों की नींद उड़ा दी है। उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी के वक़्त जो हौसला अब्दुल क़य्युम अंसारी ने दिखाया था वही हौसला डा.अय्यूब ने दिखाया है। उन्होंने कहा कि सारे मुसलमान दूसरी पार्टियों में रहकर एक टिकट के लिए इन पार्टियों के नेताओं के आगे गिड़गिड़ाते हैं। आज डॉ. अय्यूब के सामने तमाम दल गठबंधन के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं।

मुंबई से आए फ़ाज़िल अंसारी ने कहा कि अब्दुल क़य्युम अंसारी के सपनों को साकार करने के लिए हमें ठोस एजेंडे के साथ आगे बढ़ना होगा। ठोस एजेंडे के बग़ैर न सत्ता में हिस्सेदारी मिल सकती है और ना ही समाजिक हालात बदलेंगे। मुंबई से ही आए सिराज अंसारी ने देश भर में मुस्लिम ख़ास कर पसमांदा मुसलमानों के नौजवानों को यूपीएससी की तैयारी करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वो देश भर में आईएएस और आईपीएस आफिसर की फ़ौज खड़ा करना चाहते हैं ताकि पसमांदा मुसलमान भी प्रशासन में ना सिर्फ अपनी मौजूदगी दर्ज कराएं बल्कि प्रशासन चलाने में योगदान भी दें।

मुज़फ़्फरनगर के कैराना से आए वहां के चेयरमैन अब्दुल अज़ीज़ अंसारी ने भी सिसायत के मैदान में मज़बूती से खड़े रहने और डटे रहने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि मैदान मे डटकर खड़े रहन वालों को ही समाज मे इज़्ज़त मिलती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनुसूचित जाति आयोग में ओबीसी के राष्ट्रीय संयोजक डा.ताजुद्दीन अंसारी ने मोमिन कांफ्रेस के अलग-अलग धड़ों को एक जुट करने की ज़रुरत जताई। उन्होंने कहा कि अक्तूबर-नवंबर के महीने में वो मोमिन कांफ्रेंस के सभी गुटों की मीटिंग बुला कर सब को एक मंच पर लाने की कोशिश करेंगे। एक जुटता से ही अब्दुल क़य्युम अंसारी का सपना पूरा हो सकता है। ऑल इंडिय़िन कांफ्रेस के सभी धड़ों को एकजुट करने की कोशिशों मे जुटे मौलाना जुनैद बनारसी ने भी इस मौक़े पर इसके सभी के बीच एक की ज़रूरत जताई।
इस मौक़े पर अब्दुल क़य्यूम अंसारी पर सदा-ए-अंसारी अख़बाकर के विषेषांक का भी विमोचतन हुआ। कार्यक्रम के आयोजक और सदा-ए-अंसारी साप्ताहिक अख़बार के संपादक अंसारी अतहर हुसैन ने देश भर से आए सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि उनका एक मात्र सपना दिल्ली में मोमिन भवन बनाना है। ताकि दिल्ली से बाहर से आने वाले पसमांदा बिरादरी के लोग इस देखकर फ़ख़्र महसूस करें। इसके लिए उन्होंने सभी से इस सपने को साकार सकरने के लिए मदद की अपील की।

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